प्राकृतिक आपदा ओला पाला और बारिश ने 28 दिसम्वर को बरेला परिक्षैत्र के किसान की कमर तोड दी। लहलहाती फसल चंद मिनटों में नष्ट हो गई। कोरोना, और नोटबंदी से टूटा हुआ किसान इस आपदा से तबाह हो गया। आर्थिक तंगी से परेशान किसान के मांथे पर चिंता दिखाई दे रही है। क्षैत्रीय किसान बाबा राव, उमेश नवेरिया, रोहणी पटेल, मनोज पटेल, ने बतलाया कि मटर, मसूर,अरहर,चना, गेंहू, के साथ साथ टमाटर, पालक, मेंथी,बेगन, भी खराब होकर सड रही है। शेख शानू, सुनील पटेल ने बतलाया कि धान गीली हो कर अंकुरित हो गई है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सम्मति सैनी ने कहा कि सरकार पीड़ित किसानों को सर्वे कराकर मुआवजा दे। ब्लाक कांग्रेस कमेटी बरेला के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी ने माननीय कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि बरेला क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है एक टीम बनाकर अतिशीघ्र सर्वे और मुआवजा दे अन्यथा कांग्रेस बृहद आंदोलन करेगी। इसमे समस्त किसानों ने अपनी उपस्थिति में ज्ञापन सौंपा।
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