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करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी अधूरा पड़ा महंगी तालाब का काम गंदगी से सराबोर हे नगर का सबसे बड़ा तालाब


शहपुरा - शहपुरा नगर का सबसे बड़ा तालाब जो कि महंगी तालाब के नाम से विख्यात हे एक समय था जब शहपुरा की आधी से ज्यादा आबादी का दैनिक निस्तार इसी तालाब के माध्यम से होता था लोगों का नहाना धोना कपड़े धोना सब इसी तालाब के माध्यम से होता था इस तालाब में मछली पालन का भी शासकीय ठेका हुआ करता था परंतु आज यह तालाब अपनी दुर्दशा देखकर खुद भी शर्मिंदा होगा जहां अब चारों ओर गंदगी ही गंदगी मची पड़ी है इस तालाब में अब निस्तार तो क्या तालाब के किनारे से निकलना भी राहगीरों के लिए दो घर हो गया है क्योंकि यहां गंदगी के कारण आने वाली बदबू से लोग यहांसे निकलना भी नहीं चाहते आखिर शहपुरा नगर कितने बड़े तालाब की दुर्दशा का कारण कौन है


तालाब जीर्णोद्धार पर करोड़ों रुपए हुए खर्च

तालाब जीर्णोद्धार कार्य पर अब तक करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं शहपुरा नगर के पूर्व विधायक डॉक्टर सी एस भवेदी के कार्यकाल में नगर परिषद द्वारा लगभग 50 लाख रुपए का कार्य तालाब सफाई एवं अन्य कार्य किया गया था इसके पश्चात पूर्व विधायक भूपेंद्र सिंह मरावी के कार्यकाल में भी नगर परिषद शहपुरा 50 लाख रुपए का कार्य तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य जिसमें तालाब के चारों ओर बाउंड्री वाल सड़क एवं अन्य कार्य किया जाना था परंतु वह कार्य भी अधूरे पड़े हुए हैं इसके पास साथ नई नगर परिषद शाहपुरा के द्वारा तालाब की अधूरे कार्य को अधूरा ही पड़ा रहने दिया गया अधूरे पडे कार्य के चलते आज पूरे तालाब के चारों ओर गंदगी ही गंदगी है तालाब का पूरा पानी खराब हो चुका है परंतु इस और नगर की जनप्रतिनिधियों का कोई ध्यान नहीं है


शासन की मनसा पर पानी फेर रही नगर परिषद शहपुरा

एक और मध्य प्रदेश शासन सहित केंद्र सरकार जल संरक्षण के लिए एक के बाद एक बड़े कदम उठा रहे हैं छोटी नदियां तालाब कुआं इत्यादि सभी जल के स्रोतों का संरक्षण करने का कार्य किया जा रहा है जिसके लिए शासन द्वारा विशेष बजट कभी प्रावधान किया गया है परंतु दूसरी और नगर परिषद शहपुरा के द्वारा शहपुरा नगर के इतने बड़े तालाब पर ध्यान ना देना सवालों के घेरे पर है


लोगों के निस्तार का बड़ा संसाधन है या तालाब


शहपुरा नगर के मध्य स्थित महंगी तालाब शाहपुर नगर के दैनिक निस्तार का एक बड़ा संसाधन है साथ ही मूक पशुओं के पेयजल का भी एकमात्र संसाधन यही तालाब है


शाहपुरा से लीलाराम साहू की रिपोर्ट

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