जबलपुर। 10वी और 12वी के बोर्ड के परीक्षा परिणाम घोषित हो गए। जिसमें शहर के तीन बच्चों ने दसवीं और एक ने बारहवीं की प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रौशन किया। खास बात यह रही कि प्रदेश की मैरिट सूची में अपना नाम दर्ज कराने वाली चाराें लड़कियां हैं। दसवीं की काजल उपाध्याय, इवा बानो और जान्हवी पटेल ने मैरिट में जगह बनाई तो बारहवीं गणित संकाय की सिमरन कोष्टा ने नाम रौशन किया। नेपयिर टाऊन स्थति नचिकेता हायर सेकेंडरी स्कूल की काजल उपाध्याय और स्प्रिंग डे हायर सेकेंडरी स्कूल की ईवा बानो ने दसवीं में 97.8 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश की मैरिट सूची में आठवां स्थान प्राप्त किया। जबकि जान्हवीं पटेल ने 97.6 प्रतिशत के साथ नवां स्थान प्राप्त किया। बारहवीं की बात करें तो पं.लज्जा शंकर झा माडल हाइस्कूल में पढ़ने वाली सिमरन कोष्टा ने 96.4 प्रतिशत अंक अर्जित कर गणित संकाय में प्रदेश में दसवां स्थान हासिल किया। इन सभी बच्चों से बात की नईदुनिया ने। इन बच्चों ने अपने तैयारियों और लक्ष्य के बारे में विस्तार से बताया।
सिमरन कोष्टा- 12वीं मैथ्य-10वीं रेंक
माडल स्कूल में पढ़ने वाली गोहलपुर के न्यू नर्मदा नगर की रहने वाली हैं। उनके पिता प्रभात कोष्टा और मां सविता कोष्टा हैं। मां गृहणी हैं और घर पर ही थोड़ा-बहुत सिलाई कढ़ाई का काम करती हैं। पिता प्रभात मेडीकल शाप में काम करते हैंं। उसके घर पर टेलीविजन भी नहीं है। इतने से ही समझा जा सकता है है कि सिमरन के परिवार की आर्थिक स्थिति कैसी होगी। बावजूद इसके सिमरन का कहना है कि उसे उसके परिजनों ने कभी पैसों की कमी नहीं महसूस होने दी, अलबत्ता उसने अपना ध्यान सेल्फ-स्टेडी पर केंद्रित रखा। उसने यह कभी नहीं सेाचा कि कोविड की की वजह से किसी प्रकार की राहत मिलेगी। उसने परीक्षा की तैयारी पूरी तन्मयता के साथ की। सिमरन का कहना है कि वो आगे चल कर साफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती है। उसने इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा के लिए फार्म भी भरा है। सिमरन ने गणित में 100 में 99 अंक अर्जित किए। वो अपनी सफलता का श्रेय अपने टीचरों के मार्गदर्शन और माता-पिता के समर्पण को देती हैं।
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