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जबलपुर मेडिकल अस्पताल में हुआ 77 वर्षीय महिला का देहदान ।



जबलपुर - जबलपुर नेताजी सुभाष चंद्र बोस विश्विद्यालय में एक महत्वपूर्ण घटना हुई, जब 77 वर्षीय, महिला गुप्ता नगर निवासी कमला बाई का देहदान हुआ। कमला बाई की बहु सुशीला बाई और उनके पौत्र अरुण दास ने उनकी देह को मेडिकल अस्पताल को सौंपा। कमला बाई के परिवार ने भी इस निर्णय का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, "हमें यह देहदान करने की प्रेरणा हमारे गुरुदेव संत रामपाल जी महाराज जी से मिली। उन्होंने बताया कि कैसे उनके गुरुदेव संत रामपाल जी महाराज समाजहित के हर संभव कार्य में संलग्न रहते है।” उनके गुरुदेव संत रामपाल जी महाराज की यह प्रेरणा न केवल व्यक्तिगत है, बल्कि यह समाज को भी प्रेरित करने वाली है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस विश्वविद्यालय के डीन नवनीत सक्सेना ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयाई बहुसंख्या में देहदान करते है। मेडिकल अस्पताल में सबसे ज्यादा देहदान संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयाई ही कर रहे है। विश्वविद्यालय के एनाटॉमी विभाग के हेड डॉ. एन एल अग्रवाल ने भी संत रामपाल जी महाराज जी की सराहना की और बताया कि देहदान से कई लोगों की जानें बचाई जा सकती हैं और चिकित्सा विज्ञान में नई खोजों को प्रोत्साहित किया जा सकता है। डॉ. सुरेंद्र कुशवाहा ने बताया कि देहदान एक ऐसा कदम है जो न केवल एक व्यक्ति के जीवन को बदलता है, बल्कि समाज में भी सकारात्मक परिवर्तन लाता है। इस तरह के निर्णयों से हम सभी को प्रेरणा मिलती है कि हम अपनी ज़िंदगी को दूसरों के लिए अर्थपूर्ण बना सकते हैं संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयाई राकेश सोनी दीपक दास सत्येंद्र दास गोपाल दास डॉ कैलाश दास भगवान दास मिश्री दास ।


जबलपुर से कार्तिक गुप्ता की रिपोर्ट

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