स्यु सम्राट ने बनवाया था मंदिर दबंगों ने किया मंदिर की जमीन पर कब्जा रास्ता भी किया बंद
कभी होता था राष्ट्रीय स्तर के दंगल का आयोजन अब गिरने के कगार पर मंदिर
लहार, सन 1970 के दशक में चंबल घाटी के कुख्यात बागी रहे दस्यु सम्राट पंचम सिंह चौहान ने अपने पैतृक गांव ग्राम सिंह पुरा मैं मां राजराजेश्वरी मंदिर का भव्य निर्माण करवाया था उक्त मंदिर की व्यवस्था के लिए पंचम सिंह द्वारा जमीन खरीदकर मंदिर के नाम की गई थी मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के साथ अखंड ज्योति भी जलती थी एवं प्रतिवर्ष नवदुर्गा में राष्ट्रीय स्तर के विशाल दंगल एवं मेले का आयोजन होता था सन 1972 में पंचम सिंह ने अपने सभी 555 बागी साथियों के साथ महात्मा गांधी सेवा आश्रम जौरा जिला मुरैना मध्य प्रदेश में सरकार के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था पंचम सिंह के समर्पण के बाद मंदिर की जमीन पर गांव के दबंगों ने कब्जा कर लिया और जमीन की आय का निजी हित में उपयोग करने लगे मंदिर की देखरेख व्यवस्था की ओर कोई ध्यान न दिए जाने के कारण मंदिर जर्जर हालत में आ गया और कभी भी गिर सकता है ऐसी संभावना है मंदिर तक पहुंचने वाले आम रास्ते पर भी दबंगों ने कब्जा कर लिया चबूतरे बना लिए जिसके चलते दर्शनार्थी वाहन लेकर मंदिर तक नहीं पहुंच पाते सामाजिक कार्यकर्ता संतोष चौहान ने प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि मंदिर की जमीन को दबंगों के कब्जे से मुक्त कराएं एवं मंदिर के आम रास्ते से कब्जा हटवाकर मंदिर को प्रशासनिक देखरेख में लेकर मंदिर का जीर्णोद्धार कराया
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