top of page
Writer's picturedevanshbharatnews

मो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं नमः। नमः प्रकृत्यै भद्रायै नियताः प्रणता स्मरताम||

जबलपुर में ऐतिहासिक और पौराणिक ग्रंथों में वर्णित भानतलैया स्थित बड़ी खेरमाई का मंदिर देवी पुराण में वर्णित 52 वां गुप्त शक्तिपीठ है, जहाँ सती माता का निचला जबड़ा गिरा था। आठ सौ वर्ष पूर्व के कल्चुरि क्षत्रिय राजाओं के शिलालेख के अनुसार बड़ी खेरमाई मंदिर पञ्च सरोवर गुप्त शक्तिपीठ के रूप में 52वीं शक्तिपीठ हैं।मंदिर में पहले प्राचीन प्रतिमा शिला के रूप में थी जो वर्तमान प्रतिमा के नीचे के भाग में स्थापित है।ऋषि मुनि अनंतकाल से यहां शिला रूपी मातारानी की आराधना करते थे। सर्वप्रथम मंदिर निर्माण कलचुरि वंश के राजा नरसिंह देव की माता अल्हण देवी ने कराया। कलचुरि काल के अवसान के बाद सन् 1290 में तुर्क सूबेदार अलाउद्दीन खिलजी ने गोंडवाना साम्राज्य पर हमला कर तत्कालीन गोंड राजा मदनशाह अचानक हमले के परास्त होकर, भानतलैया स्थित खेरमाई मां की शिला के पास उन्हें आध्यात्मिक अनुभूति हुई, पूजा के बाद उनमें अद्भुत शक्ति का संचार हुआ और मदनशाह ने तुर्क सेना पर आक्रमण कर अलाउद्दीन खिलजी को परास्त कर खदेड़ दिया। सन् 1480 में गोंडवाना के महाप्रतापी सम्राट अमानदास (संग्राम शाह)ने बड़ी खेरमाई के शक्तिपीठ का कायाकल्प कराकर एक मढ़िया की स्थापना करायी। वर्तमान मंदिर गौंड़ शासक द्वारा स्थापित प्रतिमाओं के आराधना स्थल पर पूर्व मंदिर के स्थान पर प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर का निर्माण करने वाले शिल्पियों के कौशल का स्वरूप है। ऐतिहासिक श्री बड़ी खेरमाई मंदिर के सैकड़ों वर्षों  की परंपरा अनुसार इस वर्ष भी मां जगदम्बा श्री बड़ी खेरमाई माता का वैदिक रीति से पूजन आराधना का आयोजन रविवार 15 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहे शारदेय नवरात्र  को परंपरानुसार धूमधाम से मनाया जाएगा। हर दिन माता का अलग अलग श्रृंगार होगा।नवरात्र की सप्तमी, अष्टमी और नवमी को रात में मातारानी की विशेष महाआरती की जाती है।


नवरात्रि मेले में अनेक प्रदेशों से अपनी सामग्री के साथ आने वाले व्यापारी अपने स्टॉल लगाएंगे

नवरात्रि के अवसर परंपरानुसार जल धारने हेतु मध्य रात्रि 2 बजे से श्रध्दालु एवं भक्तजन विशेषकर महिलाओं की भीड़ उमड़ती है । उनकी सुरक्षा हेतु पुलिस प्रशासन के द्वारा की गई व्यवस्था के अलावा मंदिर ट्रस्ट द्वारा 600 स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं  जिसमें महिला स्वयंसेवी कार्यकर्ता भी शामिल हैं जो श्रद्धालुओं की व्यवस्था एवम सुरक्षा का दायित्व उठायेंगे। मंदिर में 24 घंटे श्रद्धालु दर्शन लाभ कर सकेंगे। मंदिर में 151 दीप कलशों की स्थापना की जा रही है जिसे मंदिर के श्रद्धालुओं द्वारा अपनी मनोकामना पूर्ण करने हेतु स्थापित किया जाता है। इन कलशों की स्थापना कराने वाले श्रद्धालुओं में स्थानीय श्रद्धालुओं के अलावा देश के अनेक राज्यों में निवासरत श्रद्धालुओं के साथ साथ अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड और ब्रिटेन में निवासरत श्रद्धालुओं ने भी शामिल हैं।

मंदिर ट्रस्ट देगा श्रद्धालुओं को पूर्ण सुविधा

श्री बड़ी खेरमाई मंदिर के चारों तरफ नवीन मार्बल पत्थर श्रद्धालुओ की सुविधा हेतु लगाए गए हैं एवम श्रद्धालुओं को पर्याप्त स्थान एवम सुविधाजनक दर्शन के लिए मंदिर के चारों ओर लगने वाली दुकानों को निरस्त कर दिया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु मंदिर में 32 नए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मंदिर के अंदर 10 एयर कंडीशनर लगाए गए हैं। श्रद्धालुओ के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था मंदिर ट्रस्ट के द्वारा की गई है। पूरे परिसर में पर्याप्त मात्रा में प्रकाश व्यवस्था भी की गई है।


प्रशासनिक व्यवस्था

मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु अस्थाई थाने की व्यवस्था पुलिस प्रशासन के द्वारा की गई है। अस्थाई थाने में 24 घंटे पुरुष एवम महिला पुलिस उपलब्ध रहेगी। नगर निगम द्वारा स्थाई सफाई व्यवस्था की गई है। एम पी ई बी के कर्मचारियों की व्यवस्था भी मंदिर में 24 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु की गई है।


अथर्ववेद में वर्णित रक्षाकरण्ड् मंत्रों से अभिमंत्रित रक्षा सूत्रों बंधवा कर माँ की कृपा प्राप्त करें

मंत्रों के द्वारा उप मणिबंध / कलावा / रक्षा सूत्रों के बंडलों को मां बड़ी खेरमाई के समक्ष विशेष वैदिक विधान द्वारा अभिमंत्रित एवम अभिषिक्त किया गया, जिससे व्यक्ति पर मारण, मोहन, विद्वेषण, उच्चाटन, भूत-प्रेत और जादू-टोने का असर नहीं होगा तथा मां की विशेष कृपा प्राप्त होगी।


अष्टमी में भक्तों को वितरित किये जायेंगे विशेष पूजित व् अभिमंत्रित “श्री महालक्ष्मी नाणकम्'(सिक्का)

मंदिर की प्राचीन परम्परानुसार महाअष्टमी पर्व पर मां बड़ी खेरमाई का महालक्ष्मी स्वरुप में पूजन किया जाता है.


जबलपुर से कार्तिक गुप्ता की रिपोर्ट

5 views0 comments

Komentarze

Oceniono na 0 z 5 gwiazdek.
Nie ma jeszcze ocen

Oceń
bottom of page