google.com, pub-7426844799863068, DIRECT, f08c47fec0942fa0 google.com, pub-7426844799863068, DIRECT, f08c47fec0942fa0
top of page

लोक निर्माण से लोक कल्याण गुणवत्ता, पारदर्शिता और जवाबदेही विभाग के मूल मंत्र जो लोक निर्माण से लोक कल्याण के संकल्प को सिद्धि तक ले जायेंगे - मंत्री राकेश सिंह


जबलपुर - लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह की अध्यक्षता में लोक निर्माण विभाग की संभाग स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन प्रशासनिक अकादमी भोपाल के साथ प्रदेश के समस्त संभागीय मुख्यालयों में एक साथ किया गया। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम सड़क,  भवन और पुल निर्माण में गुणवत्ता नियंत्रण और परियोजना प्रबंधन के विषय पर केंद्रित थे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से विभाग में गुणवत्ता नियंत्रण,  पारदर्शिता,  जवाबदेही, नवीन तकनीकों के उपयोग और अन्य राज्यों के अध्ययन से सीखे गए अनुभवों के साथ विभाग में किये जा रहे अन्य सकारात्मक प्रयासों से समस्त उपस्थित अभियंताओं को अवगत कराया गया।


यह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदेश के सभी संभागों में एक साथ आयोजित किया गया, जहां प्रमुख अभियंता सहित समस्त मुख्य अभियंताओं ने अन्य परिक्षेत्र मैं जाकर विभाग के अभियंताओं को प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में ईएनसी से लेकर उपयंत्री स्तर तक के 1570 इंजीनियर शामिल हुए ।

लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रशिक्षण कार्यशालाओं को एक साथ संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की सड़कें, पुल और भवन संरचनाएं केवल भौतिक निर्माण नहीं हैं, बल्कि समाज और राष्ट्र के सपनों को साकार करने के साधन हैं। उन्होंने प्रदेश के भविष्य के निर्माण में अभियंताओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। मंत्री श्री सिंह ने कहा “जब आप कोई सड़क बनाते हैं, तो वह केवल लोगों को जोड़ने का माध्यम नहीं होती, बल्कि यह संभावनाओं का मार्ग बन जाती है।”


मंत्री राकेश सिंह ने नवाचार और आधुनिक तकनीकों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि आज का युग नवाचार का युग है। नवीन तकनीकों को अपनाकर हम बेहतर निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने अभियंताओं से कहा की वे निर्माण प्रक्रिया में सस्टेनेबिलिटी, रीसाइक्लिंग और री-यूज को प्राथमिकता दें।

मंत्री राकेश सिंह ने “गुणवत्ता, पारदर्शिता और जवाबदेही” को विभाग का मूलमंत्र बताते हुए कहा कि हर निर्माण परियोजना आने वाली पीढ़ियों के लिए एक आदर्श होनी चाहिए। उन्होंने कहा की विभाग निविदा शर्तों में सकारात्मक बदलाव की तैयारी कर रहा है जिसके तहत कार्य की गुणवत्ता के लिए सख्त मापदंड तय किए गए हैं साथ ही निर्माण सामग्री की कड़ी जांच और प्रयोगशालाओं के उन्नयन जैसे कदम भी उठाए हैं।


राकेश सिंह ने पारदर्शिता की दिशा में उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए लोकपथ मोबाइल की चर्चा की जो ने केवल सड़कों की बेहतर स्थिति सुनिश्चित करती है, बल्कि जनता को विभागीय कार्यों में भागीदार भी बनाती है। उन्होंने कहा कि लोकपथ एप ने कम समय पर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचाहन स्थापित कर ली है।


मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि प्रदेश के पास प्राकृतिक संपदा, सांस्कृतिक विरासत और मेहनती अभियंताओं का अद्वितीय संगम है। “यह समय है कि हम सब मिलकर ‘विकसित मध्यप्रदेश से विकसित भारत’ के लक्ष्य को साकार करें।”  उन्होंने अभियंताओं से कहा की वे अपने कार्य को केवल एक पेशा न समझें, बल्कि इसे समाज और प्रदेश के प्रति अपनी जिम्मेदारी के रूप में देखें।

मंत्री श्री सिंह ने कहा कि विभाग के इंजीनियरों के लिए CRRI, IIM और IIT जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ मिलकर तीन और पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। जिनका उद्देश्य अभियंताओं को आधुनिक तकनीकों और नवीनतम मापदंडों से अवगत कराना है।

मंत्री राकेश सिंह ने अभियंताओं को प्रेरित करते हुए कहा कि “मानवता की सबसे बड़ी सेवा अपने कार्य से समाज को ऊपर उठाना है।” उन्होंने भरोसा जताया कि मध्यप्रदेश का लोक निर्माण विभाग, टीम भावना के साथ, प्रदेश को इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास में देश का अग्रणी राज्य बनाएगा।

 

यह कार्यशाला प्रदेश के सभी संभागों में एक साथ आयोजित की गई। प्रमुख अभियंता सहित समस्त मुख्य अभियंताओं ने उनको आवंटित संभागों में जाकर विभागीय अभियंताओं को नई तकनीकों और प्रक्रियाओं के प्रशिक्षण के साथ निर्माण प्रक्रियाओं को मजबूत और टिकाऊ बनाने के लिए आवश्यक तकनीकी विवरण, बेहतर सामग्री चयन और उन्नत उपकरणों के उपयोग पर विशेष जोर दिया गया।



जबलपुर से कार्तिक गुप्ता की रिपोर्ट

ความคิดเห็น

ได้รับ 0 เต็ม 5 ดาว
ยังไม่มีการให้คะแนน

ให้คะแนน
bottom of page