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सब इंजीनियर ने कार्यवाही की बात पर ठेकेदार को दे दिया अभयदान कौन है इसका मास्टरमाइंड


कुछ दिन पूर्व ही रखने के लीए बनाई जा रही ईट के अस्थाई स्टेक.जिसकी क्वाल्टी वहाँ खड़े सब इंजीनियर अभिषेक अचले ने स्वयं यह कबूल किया की ईंटे की क्वाल्टी खराब है इससे धान खराब हो सकती है और जल्द कार्यवाही की बात कही पर शायद उस वक्त सब इंजीनियर ने मीडिया को देखकर जल्द बाजी मे कार्यवाही की बात कह डाली . मामला घटिया ईट का जहाँ सरकार किसानो की धान रखने के लीए बनाई जा रही अस्थाई कैप की है आखिकार ठेकेदार किसकी सह पर इस घटिया कार्य को खुलेआम कर रहे है जब वहाँ जनता किसान स्वयं इंजीनियर खड़े होने के बाद भी टूटी हुई ईटो का इस्तमाल किया जा रहा है जिससे किसानो की धान खराब हो सकती है तो फिर क्यु।

धान रखने के लीए एक स्टेक मे लगभग 12से 14हजार ईटों का इस्तमाल किया जाना है पर टेकेदार अधिकारियों से मिल कर स्टेक मे घटिया क्वाल्टी की ईट लगाकर लाखो कमाने का जुगाड़ बना लिया. आखिरकार जब स्टेक मे घटिया ईट लगाने से धानों मे नमी हो सकती है जो शासन की लाखो की धान खराब हो सकती है पर ये ना ही जिला प्रशासन को दिखाई दे रहा और ना ही वो इंजीनियर जिसे इस काम का दाईत्वं दिया गया है आखिरकार क्यु सब इंजियरिंग ने मीडिया को दिए बयान से मुकर रहे है क्या अब कमीशन तय हो गया या फिर कोई सत्ताधारी नेता का संरक्षण मिल गया ।

वही जिम्मेदारों ने कमीशनखोरी मे किसानो के आनाज को बर्बाद कर रहे है वही धान खरीदी केन्द्रो से धान का उठाव कर अस्थाई कैप ले जाया जा रहा है पर वहाँ धान रखने की व्यवस्था ठेकेदारों की भेंट चढ़ते दिख रही है . ठेकेदार वा अधिकारियों की मिलीभगत से शासन को लाखो का चुना लगाया जा रहा है पूर्व मे भी इस प्रकार के मामले शासन वा जिला प्रशासन तक पहुंचाए गए पर कमीशन खोरी के चलते इस बार फिर अस्थाई कैप लालपुर मे स्टेक के नाम पर घटिया ईट लगाकर धान रखी जा रही है जिसके कारण हर वर्ष लाखो की धान खराब हो जाती है ।

मामला शहडोल जिले के लालपुर हवाई अड्डे का है जहाँ धानों को रखने के लीए ठेकेदार के द्वारा अस्थाई ईट के कैप बनाए जा रहे है जो कि ठेकेदार के द्वारा घटिया ईट का उपयोग किया जा रहा है पर ठेकेदार वा जिले मे बैठे सहायक यंत्री वा सब इंजीनियर कि मिलीभगत से घटिया स्टेक का कार्य कराया जा रहा है एक स्टेक मे लगभग 1400कुन्टल धान को रखा जाना है जब घटिया स्टेक मे धान का रखाव होगा तो क्या होगा यह सोचने वाली बात है वही ये सब नजारा वहाँ मौजूद सब इंजीनियर अभिषेक अचले स्वयं घटिया कार्य कराते दिखे वा यह भी कबूल कर रहे है कि काम खराब हो रहा है पर यह सोचने वाली बात है अभी तक अधिकारियों ने ना ईटों की जांच की और ना ही कार्य सुधारने को लेकर कोई कदम उठाया गया ।

कोरोना कि तीसरी लहर फिर एक बार पूरे देश मे तहलका मचा रहा है वही जिला कलेक्टर भी लोगो को मास्क लगाने वा सोशल डिस्टेंससींग करने कि अपील कर रही है पर टेकेदार और जिम्मेदार कलेक्टर के निर्देश को दर किनार कर मनमानी कर रहे है और कार्य मे लगे मजदूरो के जान को जोखिम मे डाल रहे है ठेकेदार ने ना ही किसी को मास्क दिया ना उस जगह कोरोना गाइडलाइन का कोई पालन किया जा रहा था बल्कि स्टेक मे लगे नाबालिग बच्चे भी काम करते दिखे .ठेकेदार वा आधिकारी मिलकर खुलेआम जिला प्रशासन के गाइडलाइन कि धज्जियां उड़ाते दिखे क्या होगी इन पर चलानी कार्यवाही यह जिला प्रशासन से बड़ा सवाल ।

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