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हिंदू बच्चों को ईद पर टोपी और कुर्ता पहनने का दिया था फरमान, स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज


कर्नाटक के स्कूलों में हिजाब पहनने का विवाद अभी पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ कि यूपी के प्रयागराज में भी एक विवाद खड़ा हो गया है। जिले में सीबीएसई बोर्ड के एक स्कूल में बच्चों को ईद के मौके पर इस्लामिक टोपी और कुर्ता पहनने का फरमान जारी किया गया था। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने स्कूल की प्रिंसिपल के खिलाफ थाने में केस दर्ज कर लिया है।

ईद पर मुस्लिम ड्रेस पहनने का दिया था फरमान

पूरा विवाद उस समय खड़ा हुआ, जब ईद के मौके पर झूंसी के न्याय नगर पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल बुशरा मुस्तफा ने बच्चों के लिए खास एक्टिविटी करने का फरमान जारी किया। इस एक्टिविटी में नर्सरी से लेकर यूकेजी तक के बच्चों को कुर्ता- पायजामा और जालीदार टोपी पहनकर ईद की मुबारकबाद देते हुए 20 सेकंड का वीडियो बनाना था। फरमान में कहा गया था कि जो बच्चा इस एक्टिविटी को अच्छे ढंग से करेगा, उसे एक्सट्रा नंबर दिए जाएंगे।

पैरंट्स ने जताई थी स्कूल प्रबंधन से नाराजगी

बच्चों को ऐसी एक्टिविटी दिए जाने की बात जब पैरंट्स को पता चली तो उन्होंने पूरे मामले पर नाराजगी जताई। इसकी सूचना जब विश्व हिन्दू परिषद को मिली तो मामले ने तूल पकड़ लिया। संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी लाल मणि तिवारी का आरोप है कि जिस दिन ईद थी, उसी दिन अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती भी थी। अगर प्रिंसिपल को सर्वधर्म समभाव दिखाना ही था तो दोनों हिंदू त्योहारों की ड्रेस पहनकर वीडियो बनाने के लिए भी बोलतीं लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि उन्हें बच्चों के बीच में एक खास मजहब को प्रमोट करना था।

VHP की कंप्लेंट पर प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज

वीचपी (VHP) नेता ने कहा कि पूरी घटना की शिकायत मुख्यमंत्री योगी से लेकर डिप्टी सीएम तक से की गई है। साथ ही पूरे मामले में जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है। लाल मणि तिवारी की शिकायत पर प्रयागराज के कीडगंज थाने में प्रिंसिपल बुशरा मुस्तफा के खिलाफ लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।

विवाद बढ़ने पर प्रिंसिपल ने दी सफाई

वहीं इस मामले में घिरने के बाद अब स्कूल की प्रिंसिपल बुशरा मुस्तफा ने अपनी सफाई दी है। बुशरा का कहना है कि उन्होंने जो कुछ भी निर्देश दिया, वो संवैधानिक दायरे के तहत था। उन्होंने दावा किया कि स्कूल में सभी धर्मों के त्योहारों पर बच्चों से ऐसी ही एक्टिविटी करवाई जाती है। इसके बावजूद अगर किसी की भावना को ठेस पहुंचीं है तो वह माफी मांगने को तैयार हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि वह मामले की जांच कर रही है और उसके बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी।

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